इटावा: पृथ्वी पर श्री हुनमान जी चमत्कारिक रूप में मौजूद हैं, उनका ये स्वरुप मनुष्य के सभी दुखों को हरने का दम रखता है। आज हम आपको श्री हनुमान जी के एक और चमत्कारिक रूप के बारे में बताने जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में यमुना नदी के निकट पिलुआ महावीर मंदिर में श्री हनुमान जी का चमत्कारिक रूप देखने को मिलता है। यहाँ पर भक्तों के अनुसार श्री हनुमान जी लड्डू खाते हैं। केवल इतना ही नहीं यहाँ पर भक्तों के अनुसार मूर्ति के मुख से लगातार राम नाम की ध्वनी भी सुनाई देती है और मूर्ति में सांसें चलने का आभास भी होता है। यहाँ पर श्री हनुमान जी की चमत्कारिक मूर्ति के मुँह में जितना भी लड्डू डालो वो गायब हो जाता है। ये लड्डू कहाँ गायब हो जाता है ये आज भी चमत्कारिक विषय बना हुआ है। मंदिर में श्री हनुमान जी का ये चमत्कार वर्षों से चला आ रहा है।
इस मंदिर के नामकरण के पीछे एक इतिहास ये है की पिलुआ एक जंगली पेड़ होता है। इसकी जड़ के नीचे एक दिन हनुमान जी दबे हुए एक राजा को मिले थे। उस राजा ने उन्हें वहां से निकलवा कर उनके लिये उसी जगह पर एक छोटा सा मंदिर बनवाया। तभी से इस मंदिर का नाम पिलुआ वाले महावीर पड़ गया।
इस मंदिर से लोगों की आस्था इस कदर जुडी हुई है की लोग श्री हुनुमान जी के दर्शन के लिए आस-पास के जिले के अलावा भी काफी दूर दूर के शहरों से यहाँ आते हैं और श्री हनुमान जी के दर्शन कर अपने संकटों को काटने की प्रार्थना करते हैं।