हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि, भगवान कुबेर, यमराज और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कृष्ण त्रयोदशी के दिन ही समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरी अपने हाथों में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसलिए धनतेरस के दिन सोने-चांदी के गहने, बर्तन, वाहन और प्रॉपर्टी आदि खरीदने की परंपरा है। धनतेरस का त्योहार दिवाली से 2 दिन पहले मनाया जाता है। इसे धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। इस वर्ष यह त्योहार 2 Nov को मनाया जाएगा।
धनतेरस पर क्या खरीदें-
1.सोने-चांदी की चीजें
2. बर्तन – पीतल, ताँबे या चाँदी के बर्तन
3. झाड़ू
4. साबुत धनिया के बीज
5. वाहन
6. प्रॉपर्टी खरीदना बहुत शुभ माना जाता है
7. कुमकुम – इसे माँ लक्ष्मी के चरणों में अर्पित करने के बाद खुद लगा लें। ऐसा करने से माता लक्ष्मी सौभाग्य प्रदान करती हैं।
8. मां लक्ष्मी के पद्चिह्न भी खरीदें। इसे घर के मुख्य द्वार पर लगाएं। मान्यता है कि मां लक्ष्मी के पदचिह्न लगाने से माता लक्ष्मी ज़रूर आती हैं क्योंकि यह उनके घर में आने का सूचक है। मां लक्ष्मी के पद्चिह्न की आरती जरूर करनी चाहिए। इसके साथ ही मां से घर में वास करने की प्रार्थना करें।
धनतेरस का मुहूर्त
त्रयोदशी तिथि – नवम्बर 02, 2021
11:31am – 9:02 am
2 नवंबर को प्रदोष काल शाम 5:37 मिनट से 8:11 मिनट तक का है। परन्तु पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 6.18 pm- 8.14 pm तक रहेगा।
धनतेरस पूजन विधि (Dhanteras Puja Vidhi)
धनतेरस की शाम के समय उत्तर दिशा में कुबेर, धन्वंतरि भगवान और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। पूजा के समय घी का दीपक जलाएं। कुबेर को सफेद मिठाई और भगवान धन्वंतरि को पीली मिठाई चढ़ाएं। पूजा करते समय “ॐ ह्रीं कुबेराय नमः” मंत्र का जाप करें। फिर धन्वंतरि स्तोत्र का पाठ करें। इसके बाद भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा करें। फिर कच्ची मिट्टी का/ आटे का चौमुखी दीपक दक्षिण दिशा की ओर मुँह करके जलाएं। इसमें एक सिक्का भी डाल दें। दीपक जलाने के बाद पीछे मुड़ कर नहीं देखें। सुबह होने पर दीपक को कूड़े में डाल दें।
यह दीपक अकाल मृत्यु से बचाकर घर के लोगों को निरोगी रखता है।
क्या विशेष उपाय किये जा सकते हैं-
1. धनतेरस में शाम के समय पीपल वृक्ष के नीचे दीपक जरूर जला दें। मान्यताओं के अनुसार पीपल में मां लक्ष्मी का वास होता है और धनतेरस पर अगर इसके नीचे दीपक जलाया जाए तो जीवन में धन की कमी नहीं होती।
2. धन संबंधी दिक्कतें हों या फिर धन की कामना हो, तो धनतेरस की रात में बेल के वृक्ष के नीचे दीपक जरूर जलाएं। ध्यान रखें कि दीपक में घी का ही प्रयोग करें। मान्यता है कि ऐसा करने से धन और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
3. धनतेरस की रात श्मशान घाट पर दीपक जरूर जलाया जाना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी अत्यंत प्रसन्न होती हैं और उनकी कृपा से जीवन में धन की वृद्धि होती है।
4. घर की चौखट पर दीपक जरूर जलाया जाना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी घर में प्रवेश करती हैं और कहा जाता है कि जहां माता लक्ष्मी का वास होता है वहां धन संपत्ति की कमी नहीं होती है। इसलिए धनतेरस की रात घर की चौखट पर दीपक जलाना हरगिज न भूलें।
क्या न खरीदें-
1. स्टील से बनी चीजें
2. एल्यूमिनियम का सामान
3. लोहे की वस्तुएं
4. नुकीली या धारदार चीजें- जैसे चाकू, कैंची, पिन, सूई या कोई धारदार सामान आदि
5. प्लास्टिक का सामान
6. कांच या चीनी मिट्टी के बर्तन
किसी भी प्रकार के ज्योतिषीय परामर्श के लिए और कुंडली अध्ययन हेतु आप ज्योतिषाचार्या काजल अग्रवाल जी से whatsapp 9899390270 पर सम्पर्क कर सकते हैं। रोज़ाना के updates के लिए आप ज्योतिष पेज से भी जुड़ सकते हैं।
Link नीचे दिए गए हैं।
https://www.facebook.com/pg/bykajalagarwal/
https://instagram.com/kastrologybykajalagarwal