साल 2021 का आखिरी चंद्रग्रहण (19 नवंबर 2021, शुक्रवार) कार्तिक पूर्णिमा को पड़ेगा। यह ग्रहण विश्व के कई देशों से दिखेगा। 19 नवंबर 2021 को पड़ने वाला चंद्रग्रहण साल 2021 का आखिरी चंद्रग्रहण होगा। इस आंशिक चंद्रग्रहण के 15 दिन बाद यानी कि 4 दिसंबर को पूर्ण सूर्य ग्रहण भी लगने वाला है। अगले चंद्रग्रहण की बात करें तो वह 8 नवंबर 2022 में देखा जा सकेगा।
यह एक उपच्छाया ग्रहण होगा जिसे सामान्यतः नंगी आँखों से देखा नहीं जा सकेगा। उपच्छाया चंद्रग्रहण होता है जब धरती की वास्तविक छाया चंद्रमा पर ना जाकर उसकी उपच्छाया से ही लौट जाती है तो इसे उपच्छाया चंद्रग्रहण कहा जाता है. इस स्थिति में चांद पर एक धुंधली परत बनी नजर आती है.
भारत में इस ग्रहण का असर कुछ खास नहीं होगा क्योंकि यह सूर्यास्त तक ही समाप्त हो जायेगा। परन्तु यह ग्रहण इसलिए खास है क्योंकि यह चंद्रग्रहण इस सदी का सबसे ज्यादा देर तक चलने वाला चंद्रग्रहण है। इसकी कुल अवधि तकरीबन 6 घंटे की होगी। इस प्रकार का सबसे लंबे समय तक चलने वाला चंद्रग्रहण आखिरी बार 1440 में लगा था। यानी कि इतनी लंबी अवधि का यह आंशिक चंद्रग्रहण 580 वर्षों बाद पड़ रहा है। ऐसे ही लंबी अवधि का अगला चंद्रग्रहण 8 फरवरी 2669 में पड़ेगा।
यह चंद्रग्रहण भारत में मणिपुर की राजधानी इंफाल और उसके सीमावर्ती क्षेत्रों में देखा जा सकेगा। हालांकि यहां भी यह पूरी तरह से नजर नहीं आएगा बल्कि एक हल्की रेखा के रूप में ही नजर आएगा। परन्तु यह चंद्रग्रहण दुनिया के कई हिस्सों जैसे यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी-दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, अंटार्कटिका, हिंद महासागर और एशिया में देखा जा सकेगा।
19 नवंबर को पड़ने वाला चंद्र ग्रहण वृषभ राशि और कृत्तिका नक्षत्र में पड़ेगा जिससे इसका असर ज्योतिषीय विचार की दृष्टि से सभी राशि के व्यक्तियों के जीवन पर पड़ेगा परन्तु इसका सर्वाधिक प्रभाव वृष और कन्या राशि के जातकों पर देखने को मिलेगा।
चंद्रग्रहण की तिथि और समय-
ग्रहण का प्रारम्भ: 19 नवंबर 2021 की 11:34 am से शुरू (पहला स्पर्श)
ग्रहण का मध्यकाल: 19 नवंबर 2021 की दोपहर 2:33 pm (परमग्रास)
ग्रहण समाप्त : 19 नवंबर 2021 की शाम 5:33 pm
यह ग्रहण उपच्छाया ग्रहण है तो कोई सूतक काल नहीं होगा। आंशिक होने की वजह से इस ग्रहण का सूतक मान्य नहीं होगा। यानी पूजा-पाठ संबंधित किसी भी तरह की पाबंदियां मान्य नहीं होंगी। परन्तु ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं अपने घर के बुजुर्गों की सलाह के अनुसार कुछ उपाय जरूर कर सकती हैं।
किस राशि के जातकों पर क्या असर होगा-
1. इसके अलावा सिंह राशि, वृश्चिक राशि और मेष राशि के जातकों को भी इस ग्रहण के दौरान स्वास्थ को लेकर बहुत ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है।
2. इस ग्रहण का सबसे अच्छा प्रभाव तुला, कुंभ और मीन राशि वालों पर पड़ेगा। इन राशि के लोगों को उनके कार्यों में सफलता मिलेगी और करियर में आ रही बाधाएं दूर होंगी। इस दौरान व्यापार से जुड़े लोगों को भी लाभ होने की संभावना है।
3. ग्रहण काल में कन्या राशि राशि वाले और वो लोग जिनके चंद्रमा कुंडली में कमजोर और पीड़ित हैं, उन्हें खासतौर पर अपना ख्याल रखना चाहिए।
क्या करें और क्या न करें-
क्या करें- नीचे दिए गए शिव-चंद्रमा के मंत्रों का जाप करना चाहिए। ग्रहण के बाद दूध, चावल अनाज का दान करें। जब ग्रहण शुरू हो रहा हो तो उस समय से पहले ही स्नान कर साधना करनी चाहिए और मोक्ष के बाद स्नान कर दान करना चाहिए।
कुछ ज़रूरी टिप्स –
1. चंद्र ग्रहण के दौरान खाना खाने और पानी पीने से बचना चाहिए। अगर आप बीमार हैं या आप गर्भवती हैं तो आप हल्का गर्म पानी पी सकते हैं। बेहतर यह होगा कि आप ग्रहण से पहले ही अच्छी मात्रा में पानी पी लें।
2. ग्रहण के सूतक काल को इच्छापूर्ति के लिए अच्छा माना जाता है। मान्यता हैं कि ग्रहण के दौरान इच्छा पूरी करवाने के लिए किया गया मंत्र जाप बहुत शीघ्र सफल हो सकता है।
3. भोजन ना पकाएं ना खाएं
4. कपड़े ना धोएं
5. सब्जी व फल आदि ना काटें। किसी भी धारदार चीजों का उपयोग न करें।
6. किसी की बुराई ना करें
7. ग्रहण काल के दौरान ना सोएं। लगातार ईश्वर को याद करें।
मन्त्र पाठ
1. ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:।।
2. ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:।।
3. ॐ सोम सोमाय नमः।।
इनमें से किसी भी मन्त्र का पाठ किया जा सकता है। किसी भी मन्त्र को बिना किसी गिनती के दोहराते रहें।
किसी भी प्रकार के ज्योतिषीय परामर्श के लिए और कुंडली अध्ययन हेतु आप ज्योतिषाचार्या काजल अग्रवाल जी से whatsapp 9899390270 पर सम्पर्क कर सकते हैं। रोज़ाना के updates के लिए आप ज्योतिष पेज से भी जुड़ सकते हैं।
Link नीचे दिए गए हैं।
https://www.facebook.com/pg/bykajalagarwal/
https://instagram.com/kastrologybykajalagarwal