सकट चौथ का व्रत प्रथम पूज्य देवता भगवान गणेश को समर्पित है। इस दिन व्रत रखा जाता है और गणेश जी की पूजा की जाती है। इसके बाद रात में चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत का पारण किया जाता है। यह व्रत खासतौर पर महिलाओं द्वारा अपनी संतान की लंबी आयु और सुखी जीवन के लिए रखा जाता है।हिन्दू पंचांग के अनुसार, माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि का शुभारंभ 29 जनवरी, दिन सोमवार को सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर होगा। वहीं, इसका समापन 30 जनवरी, दिन मंगलवार सुबह 8 बजकर 54 मिनट पर होगा।
सकट चौथ का महत्व (Sakat Chauth 2024 Mahatva)
सकट चौथ को तिलकुट चतुर्थी भी कहा जाता है। इस दिन सभी माताएं श्री गणेश की पूजा कर अपनी संतान की सुरक्षा और उसके उज्जवल भविष्य की कामना करती हैं। सकट चौथ की पूजा से तेजस्वी संतान की भी प्राप्ति होती है।