सलोनी तिवारी : चैत्र नवरात्रि के चौथे दिन देवी दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप की पूजा का विधान है, जिनकी साधना करने पर साधक के जीवन से जुड़े सभी कष्ट दूर होते हैं और सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। देवी कूष्मांडा की आठ भुजाएं हैं, इस कारण उन्हें अष्टभुजा देवी के नाम से जाना जाता है। मां कूष्मांडा का वाहन सिंह है।