सलोनी तिवारी : नवरात्रि के पांचवें दिन स्कंदमाता की पूजा की जाती है। मां दुर्गा का पांचवा रूप स्कंदमाता कहलाता है। प्रेम और ममता की मूर्ति स्कंदमाता की पूजा करने से संतान प्राप्ति की मनोकामना पूर्ण होती है और मां आपके बच्चों को दीर्घायु प्रदान करती हैं। भगवान् शिव एवं माता पार्वती के पुत्र कार्तिकेय का दूसरा नाम स्कन्द है इसलिए स्कन्द की माता होने के कारण माँ का नाम स्कन्दमाता है।