सलोनी तिवारी :धर्म नगरी चित्रकूट के संत श्री राम बदन दास जी ने सूरजकुंड धाम की महिमा का बखान करते हुए अंशिका मीडिया टीम की एडिटर सलोनी तिवारी को बताया कि वनवास काल के दौरान सूर्यवंशी प्रभु श्रीराम से मिलने के लिए सूर्यदेव भगवान का रथ मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित इसी पावन धाम पर उतरा था। बताते हैं कि सूर्य देव के रथ का वेग इतना तेज था कि मंदाकिनी नदी में अथाह कुंड बन गया था और आसपास के पत्थर पिघल गए थे।आज भी सुर्ख लाल पत्थरों पर रथ के पहियों के बने निशान इस बात के गवाह हैं। सूर्यदेव के रथ से बने कुंड के कारण ही स्थान का नाम सूर्यकुंड पड़ा।
रथ के पहियों के निशान एवं अधिक जानकारी के लिए वीडियो का पूरा जरूर देखें।