नई दिल्ली:- श्रावण मास भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना माना जाता है क्योंकि सावन में शिवजी और माता पार्वती का विवाह हुआ था। वैसे तो पूरा सावन का महीना ही खास होता है, लेकिन सावन में पड़ने वाली शिवरात्रि की विशेष मान्यता है। कहा ये भी कहा जाता है कि जो शिवरात्रि का व्रत रखता है उसके सब दुखों का नाश हो जाता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार साल भर में 12 शिवरात्रि होती है, जिसमें दो शिवरात्रि बहुत विशेष महत्व रखती हैं। पहली फाल्गुन मास की शिवरात्रि, जिसे महाशिवरात्रि कहते हैं, और दूसरी सावन की शिवरात्रि। इस बार सावन शिवरात्रि 2 अगस्त को मनाई जा रही है। सावन शिवरात्रि मे शिवलिंग का जलाभिषेक, विशेष पूजा अर्चना की जाती है लेकिन इस पावन दिन की शुरुआत शिव मंत्रों के जाप के साथ भी करें। तो ये आपके व्रत और पूजा को सफल बनाएगा।
आगे कुछ चमत्कारी शिव मंत्र दिए जा रहे हैं, जिन्हें सावन शिवरात्रि के मौके पर अपने परिजनों, दोस्तों या करीबियों को भेज सकते हैं ताकि आपके साथ वे भी इस पावन दिन की शुरुआत शिव मंत्रों के जाप से करें।
शिव गायत्री मंत्र
ऊँ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्र प्रचोदयात।
ऊँ ह्रीं नमः शिवाय।
ह्रीं श्रीं ‘ऊँ नम: शिवाय:’ श्रीं ह्रीं ऐं।
ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे, सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्, मृत्योमुर्क्षीय मामृतात्।
ऊँ जूं स:।
ऊँ ऐं नमः शिवाय।
ऊँ हौं जूं स:।