लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में बारिश के बीच महिलाओं और राहगीरों से बदसलूकी करने वाले मामले में योगी सरकार ने एक बड़ा एक्शन लिया है। मामले में स्थानीय पुलिस उपयुक्त, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस उपायुक्त, असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। इसके साथ ही स्थानीय प्रभारी निरीक्षक चौकी इंचार्ज और चौकी पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। आपको बता दें इससे पहले पुलिस की चार अलग-अलग टीमें मनचलों, हुडदंगियों को पकड़ने के लिए बनाई गई थी। पुलिस ने वीडियो के आधार पर पहचान कर महिलाओं से बदसलूकी करने वाले चार युवकों को गिरफ्तार भी कर लिया है। छेड़छाड़ की धाराओं में बढ़ोत्तरी की गयी है। फिलहाल बाकी आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है।
वाइरल वीडियो पर पुलिस का एक्शन- घटना के कई वीडियो सोशलमीडिया में वाइरल हो रहे हैं। जिसमें सोहदे बारिश के बीच आती-जाती लड़कियों और महिलाओं और बुजुर्गों से बदतमीजी करते दिखाई दे रहे हैं। कि कोई किसी स्कूटी सवार को धकेल कर पानी में गिरा देता है तो कोई चलती कार का गेट खोलकर उसमें गंदा पानी फेंक दे रहा है एक जगह तो सोहदों ने एक बाइक सवार को पानी में ही गिरा दिया। आरोप है कि उन्होंने लड़की से छेड़छाड़ भी की। दरअसल बीती 31 को जुलाई लखनऊ के ताज होटल के पास गोमती नगर थाना क्षेत्र में बने अंडरपास के करीब बारिश होने से जल भराव हो गया था जिसके बाद इसके आसपास कई हुडदंगी इकट्ठा हो गए वे आने-जाने वाले राहगीरों वाहनों के साथ बादशलूकी करने लगे। घटना का वीडियो वायरल हुआ तो बवाल मच गया लोगों ने मामले पर सख्त एक्शन की मांग की इसके बाद थाना गोमती नगर में FIR दर्ज की गई। चार अलग-अलग टीमें गठित कर क्राइम टीम को लगाया गया। अराजक तत्वों की गिरफ्तारी के प्रयास में 4 अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है।
फरार हुडदंगियों की तलाश में पुलिस ने कैसी कमर– पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्राप्त साक्ष्य व सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सुसंगत धाराओं में बढ़ोत्तरी की गई है। महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने व लज्जा भंग संबंधी धाराओं मे मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापमारी कर रही है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया की प्रकरण में कार्रवाई को जारी रखते हुए प्रथम दृष्टया लापरवाही करने पर स्थानीय पुलिस उपयुक्त, अतिरिक्त पुलिस उपयुक्त, सहायक पुलिस उपयुक्त, को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है इसके साथ ही स्थानीय प्रभारी निरीक्षक चौकी इंचार्ज व चौकी परिसर पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। प्रदेश की योगी सरकार ज़ीरो टोलेरेंस पॉलिसी पॉलिसी को अपनाते हुए शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए दृढ़ संकल्पित है।