नई दिल्ली। सावन माह में पड़ने वाला हर सोमवार अपने आप में काफी महत्व होता है। कहा जाता है कि अगर आप सिर्फ सावन के सोमवार के दिन महादेव की पूजा करेंगे तो आपकी हर मनोकामना पूरी होगी और साथ ही में ऐसा करने से आपकी सभी परेशानियों का भी दूर होंगी।
यही वजह है कि लोग सावन में आने वाले हर सोमवार को भगवान शिव की सच्चे मन से पूजा करते हैं। इसके लिए वो शिवालयों में जाते हैं। बहुत से लोग तो कांवड़ यात्रा पर भी जाते हैं।
सोमवार व्रत का विशेष महत्व- सावन में व्रत उपवास का भी काफी महत्व होता है।
ज्यादातर लोग सोमवार के व्रत में फलाहारी खाने का सेवन करते हैं। ऐसे में यहां हम आपको फलाहारी पकवानों के बारे में बताने जा रहे हैं। अगर आप सावन के सोमवार के तीसरे दिन व्रत में कुछ अलग बनाने का सोच रही हैं तो फलाहारी आलू का पराठा एक बेहतर विकल्प है।
फलाहारी पराठा बनाने का सामान-
1 कप साबूदाना
1/2 कप कुट्टू का आटा
2 उबले आलू
2 हरी मिर्च
1 इंच अदरक
हरा धनिया
सेंधा नमक
1/2 टीस्पून काली मिर्च पाउडर
2 टेबलस्पून घी
फलाहरी पराठा बनाने कि विधि- फलाहारी आलू का पराठा बनाने के लिए आपको सबसे पहले साबूदाना को अच्छी तरह से धोकर 5- 6 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रखना है। जब ये फूल कर नर्म हो जाए तो इसे पानी से निकालकर सुखा लें।
इसका सारा पानी निकालकर साबूदाना में उबले हुए आलू डालें और इसे अच्छी तरह से मैश करें। आलू और साबूदाना तैयार करने के लिए इसमें थोड़ा सा कुट्टु का आटा डाल सकते हैं। इससे इसे बेलने में आसानी रहेगी।
अब इसे सही से मिक्स करने के बाद इसमें कटी हुई हरी मिर्च, अदरक, हरा धनिया, सेंधा नमक और काली मिर्च पाउडर डालें। इन सभी सामग्री को अच्छी तरह मिलाएं। अब आपका ये पराठे का आटा बनकर तैयार है। आखिर में इसकी छोटी-छोटी लोई बनाएं और फिर इसे बेलन की सहायता से गोल-गोल बेल लें।
अगर ये बेलने पर चिपक रहा है तो आप इस पर थोड़ा सा कुट्टू का आटा छिड़क लें। अब पराठे को तवे पर रखें और दोनों तरफ से सुनहरा और कुरकुरा होने तक सेक लें। इसे आप सिर्फ फलाहारी चटनी और दही के साथ भी परोस सकते हैं।