नई दिल्ली। खेल मंत्री ने सदन को बताया कि विनेश का बयान 50 किग्रा से 100 ग्राम अधिक पाया गया जिस कारण उन्हें स्वर्ण पदक मैच से पहले अयोग्य घोषित कर दिया गया। मांडविया ने कहा कि विनेश के मामले पर भारत सरकार ने हर संभव मदद दी है और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा से बात की है।
महिला पहलवान विनेश फोगाट के वजन अधिक पाए जाने के कारण फाइनल से ठीक पहले अयोग्य अयोग्य घोषित कर दिए जाने के मामले पर केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने लोकसभा में बयान दिया। खेल मंत्री ने सदन को बताया कि विनेश का वजन 50 किग्रा से 100 ग्राम अधिक पाया गया जिस कारण उन्हें स्वर्ण पदक मैच से पहले अयोग्य करार दिया गया। मांडविया ने कहा कि विनेश के मामले पर भारत सरकार ने हर संभव मदद दी और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा से बात की है।
जानें पूरा मामला– भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने सेमीफाइनल में क्यूबा की लोपेज गुजमान को 5-0 से हराया था। वह ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला पहलवान बनीं थीं। उन्हें फाइनल में अमेरिका की सारा एन हिल्डेब्रांट से भिड़ना था, लेकिन बुधवार की सुबह खबर आई कि विनेश को वजन अधिक होने के कारण अयोग्य घोषित किया गया। जिससे उनका ओलंपिक पदक लाने का सपना टूट तो टुटा ही साथ ही सभी भारतीयों को विनेश से स्वर्ण कोई आस भी खाक मे मिल गयी। आईओए ने बताया कि रात भर टीम द्वारा किए गए बेहतरीन प्रयासों के बावजूद, आज सुबह विनेश का वजन 50 किलोग्राम से कुछ ग्राम अधिक था
विनेश का वजन 100 ग्राम पाया गया ज्यादा-मांडविया ने लोकसभा में दिए बयान में कहा, विनेश का वजन फाइनल से पहले 50 किलो 100 ग्राम पाया गया। भारतीय ओलंपिक संघ ने अंतरराष्ट्रीय कुश्ती संघ से कड़ा विरोध व्यक्त किया। पीटी उषा वही हैं। पीएम मोदी ने उचित एक्शन लेने को कहा गया है। विनेश ने तीन मुकाबले फाइनल में पहुंचने वाली पहली पहलवान बनीं थी। उन्होंने गुजमान, लिवाच, सुसाकी को हराया था। उन्हें बुधवार सात अगस्त की रात अमेरिकी की पहलवान से मुकाबला करना था। भारत सरकार ने हर संभव मदद दी। उनके लिए पर्सनल कोच नियुक्त किए गए। इसके अतिरिक्त अलग-अलग विशेषज्ञ प्रदान किए गए। लोंबार्ट, अश्विन फीजियो, मयंक सिंह स्ट्रेंथनिंग, शुभम एस्पायरिंग पार्टनर ये सभी विनेश के साथ थे। सरकार ने पेरिस खेलों के लिए 70 लाख 35 हजार से ज्यादा वित्तीय सहायता प्रदान की।