मिडिल क्लास से अमीर बनने पर छिड़ी जुबानी जंग, यूजर्स मे दी प्रतिक्रिया_

नई दिल्ली। अमीर बनने की लालसा सबकी होती है हर इंसान पैसे वाला बनने के लिए को जतन करता है, अपना घर शर्मा छोड़कर दूसरे शहर जाता है यहाँ तक लोग अमीर बनने के लिए अपना देश छोड़कर विदेश चले जाते हैं जिससे ज्यादा से ज्यादा पैसा कमा कर अमीर बना जा सके। ऐसे में बैंगलोर के एक अरबपति ने सोशल मीडिया पर मिडिल क्‍लास को लेकर ऐसी बात कह दी जिससे जुबानी जंग छिड़ गई। कुछ यूजर्स ने उनके तर्क को सही बताया तो कुछ कारोबारियों और यूजर्स ने इसे बकवास कहा।

नहीं होती अमीर बनने कि सबकी ख्वाहिश पूरी-अमीर बनने की ख्‍वाहिश किसे नहीं होती, लेकिन यह सपना पूरा कोई-कोई ही कर पाता है। खासकर मिडिल क्‍लास के लोगों के लिए यह सपना पूरा करना एवरेस्‍ट चढ़ने जितना मुश्किल होता है। एक अरबपति ने सोशल मीडिया पर बताया कि आखिर क्‍यों मिडिल क्‍लास का आदमी हमेशा मिडिल क्‍लास में ही रह जाता है। वह कभी अमीर बनने की तरफ नहीं बढ़ पाता। अरबपति ने यह पोस्‍ट सोशल मीडिया पर डाली तो यूजर्स के बीच जंग छिड़ गई। कोई इसे बकवास बता रहा तो किसी को इसमें सच्‍चाई नजर आती है।

दरअसल, बैंगलोर के रहने वाले बिजनेसमैन किरन राजपूत ने एक्‍स पर लिखा कि बीते 50 साल में भी मिडिल क्‍लास की ख्‍वाहिश नहीं बदली। 50 साल पहले भी मिडिल क्‍लास का आदमी एक घर का सपना देखता था और आज भी उसके मन में अपना घर बनाने की ख्‍वाहिश सबसे पहले रहती है। इसके लिए वह भारी-भरकम कर्ज लेता और फिर कई साल उस कर्ज को चुकाता है। यह सबसे बड़ा कारण है कि मिडिल क्‍लास का आदमी कभी अपनी देनदारियों से आगे नहीं बढ़ पाता है।

दूसरे दिग्‍गज ने लगाई क्‍लास

किरन राजपूत के इस ट्वीट पर ग्रेलैब्‍स एआई के सीईओ अमन गोयल ने रिएक्‍ट किया और अपना घर होने के फायदे बताए। उन्‍होंने लिखा, ‘इससे बुरा कुछ नहीं हो सकता कि आपका मकान मालिक सिर्फ इस वजह से आपको घर से निकाल देता है कि कोई और उसे 10 फीसदी ज्‍यादा रकम दे रहा है। आप लोग ऐसे लोगों की बात न सुनें और अपनी छत के नीचे रहने के सपने पूरा करने की तरफ बढ़ते रहें। बस कर्ज के जाल में फंसने से बचें।

 

यूजर ने कहा-घर शांति देता है-इस बहस में कूदे एक यूजर ने कहा, घर का मतलब सिर्फ पैसों से नहीं होता है। यह आपको सुकून देता है।

अगर आपकी नौकरी चली जाए या फिर बाजार 60 फीसदी टूट जाए, किसी भी संकट में आपके पास एक जगह होगी रहने के लिए। एक यूजर ने लिखा, ‘जो लोग किराये के फ्लैट में रहते हैं, उन्‍हें घर की अहमियत पता है। यह मानसिक शांति देता है, जिसे पर्सटेंजेस में मिलने वाले रिटर्न के नजरिये से नहीं देखा जा सकता है।

घर के पैसों से करोड़ों का फंड

एक यूजर ने लिखा कि शहर में अपना घर खरीदने के लिए आप बिना कर्ज के जाल में फंसे नहीं आगे बढ़ सकते हैं। एक अन्‍य यूजर ने लिखा, रेंट पर रहना हमेशा बेहतर है। इसमें जोखिम कम है और आप घर खरीदने में लगाने वाले पैसों से करोड़ों का फंड जुटा सकते हैं। मैं फिलहाल ऐसा ही कर रहा हूं और रेंट पर रहने में कोई दिक्‍कत नहीं। मैं अपने पैसों पर 10 से 12 फीसदी का रिटर्न भी हासिल कर रहा हूं।

 

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