उत्तराखंड में मौसम का कहर, बारिश की वजह से सैकड़ों लोग फसे

नई दिल्ली। बारिश के मौसम में कभी बरसात तो कभी धूप ने लोगों के डेली रूटीन चौपट कर रखा है।दिल्ली के बाद अब उत्तराखंड बारिश ने कहर बरपाया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगस्त के आखिर तक तेज बारिश होने से पर्वतीय जिलों के संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन होने की संभावना है।

लगातार हो रही तेज बारिश-

उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में तेज बारिश का सिलसिला आज भी जारी रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से देहरादून समेत नैनीताल, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और ऊधमसिंह नगर जिले के कुछ इलाकों में मूसलाधार बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि, अन्य जिलों में भी कई दौर की तेज बारिश होने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगस्त के आखिर तक तेज बारिश होने से पर्वतीय जिलों के संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन होने की संभावना है। ऐसे में इन इलाकों में दिन और रात के समय सतर्कता के साथ रहने की हिदायत दी गई है।

बदरीनाथ हाईवे बंद, 600 यात्री जगह-जगह फंसे

चमोली जनपद में बारिश आफत बनकर बरस रही है। शुक्रवार रात को भी जनपद में भारी बारिश होने से बदरीनाथ हाईवे आज दूसरे दिन भी वाहनों की आवाजाही के लिए नहीं खुल पाया है। नंदप्रयाग के भूस्खलन क्षेत्र पर्थाडीप में हाईवे पर भारी भूस्खलन होने से वाहनों की आवाजाही नंदप्रयाग-सैकोट-कोठियालसैंण मोटर मार्ग से करवाई जा रही थी, लेकिन शनिवार को सुबह करीब साढ़े छह बजे सैकोट गांव के समीप एक ट्रक का टायर सड़क से नाली में धंस गया, जिससे सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई है। हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर जा रहे सिख श्रद्धालुओं ने यहां दोपहिया वाहनों की आवाजाही लायक जगह बना ली है, लेकिन बस, टेंपो ट्रेवलर और ट्रकों की आवाजाही रुकी हुई है। हाईवे पर करीब 600 तीर्थयात्री फंसे हुए हैं। बस व ट्रेंपो से बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब की यात्रा पर जा रहे और यात्रा कर लौट रहे तीर्थयात्री ट्रक के निकलने का इंतजार कर रहे हैं। क्षेत्र में अभी भी बारिश जारी है।

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