आज भानु सप्तमी का विशेष शुभ योग रखें व्रत मिलेगा मनवांछित फल

नई दिल्ली। आज रविवार भाद्र माह की भानु सप्तमी का शुभ संयोग बन रहा है। रविवार का दिन भगवान सूर्य देव को समर्पित है। ऐसे में आज के दिन भगवान सूर्य देव को प्रसन्न करने से शुभ फलों की प्राप्ति होगी।

आज भानु सप्तमी मनाई जाएगी। सप्तमी तिथि को बड़ा ही शुभ माना जाता है। विशेषकर तब, जब सप्तमी तिथि रविवार के दिन पड़ रही है भानु सप्तमी को रवि सप्तमी या विवस्वत सप्तमी के नाम से भी जाना जाता है। आज के दिन मध्याहन के समय यानि दोपहर के समय सूर्यदेव की पूजा-अर्चना करने का विधान है। आज के दिन मध्याहन के समय सूर्य भगवान की पूजा करने से आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी होंगी। आज के दिन मध्याह्न के समय भगवान सूर्यदेव की पूजा अवश्य करनी चाहिए।

1. अगर आप लंबी आयु की प्राप्ति करना चाहते हैं तो अपने आपको आरोग्य रखना चाहते हैं तो आज के दिन आपको सूर्य देव के सामने भूमि पर बैठना चाहिए और भगवान की गन्ध आदि से पूजा करनी चाहिए। साथ ही अपनी लंबी उम्र के लिए भगवान से प्रार्थना करनी चाहिए।

2. अगर आप पढ़ाई-लिखाई में कुछ कमजोर हैं और अपनी विद्या की शक्ति को बढ़ाना चाहते हैं तो आज के दिन आपको साफ कपड़े पहनकर दोपहर के समय सूर्य देव के मंत्र का 31 बार जप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है-‘ऊँ घृणिः सूर्याय नमः।’

3. अगर आप अपनी संतान के भविष्य को लेकर, उसकी एजुकेशन को लेकर परेशान रहते हैं तो उस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए आज के दिन आपको हाथ में लाल पुष्प लेकर सूर्य देव को अर्पित करने चाहिए। इसके बाद सूर्य देव के मंत्र का 11 बार जप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है-‘ऊँ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्याय श्रीं नमः।’

4. अगर आपके दांपत्य रिश्ते की ऊष्मा कुछ कम हो गई है और आप उसे बरकरार रखना चाहते हैं तो दांपत्य रिश्ते की ऊष्मा को बरकरार रखने के लिए आज के दिन आपको मीठे चावल बनाने चाहिए। बनाने के बाद चावलों को एक बर्तन में डालकर, ढक्कर कुछ देर के लिए सूर्य देव के प्रकाश में रखना चाहिए। उसके बाद उन्हें किसी मंदिर में या किसी पुजारी को दान देना चाहिए।

5. अगर आप अपने मित्रों के साथ अपने रिश्ते को मजबूत करना चाहते हैं तो आज के दिन आपको एक शंख में जल लेना चाहिए। साथ ही उसमें थोड़ी-सी रोली और अक्षत डालने चाहिए। अब इस जल से आप सूर्य भगवान को अर्घ्य दीजिये।

6. अगर आप अपने घर-परिवार की समृद्धि में बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो आज के दिन आपको एक सफेद रंग का साफ कपड़ा लेना चाहिए और एक मुट्ठी चावल लेने चाहिए। अब उन चावलों को उस सफेद रंग के कपड़े में बांधकर पोटली बना लें और दोपहर के समय सूर्य देव की रोशनी में उस पोटली को रख दें। इस प्रकार 20 मिनट के लिए उस पोटली को सूर्य देव की रोशनी में ही रखा रहने दें। 20 मिनट बाद उसे वहां से उठा लें और अपने पास संभालकर किसी तिजोरी आदि में रख लें।

7. अगर आपका स्वास्थ्य कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रहा है तो अपना स्वास्थ्य फिर से बेहतर करने के लिए आज के दिन आपको जितना संभव हो सके सूरज की रोशनी में बिताने चाहिए। साथ ही अपने घर के खिड़की और दरवाजे भी खोलकर रखने चाहिए।

8. अगर आप अपने जीवन में कभी भी कोई दुःख, परेशानी नहीं देखना चाहते हैं और साथ ही चाहते हैं कि जीवन में जो परेशानियां चल रही हैं, वो भी जल्द ही दूर हो जायें, तो इसके लिए आज के दिन आपको गायत्री मंत्र का 11 बार जप करना चाहिए। गायत्री मंत्र है-‘ॐ भूर्भुव स्वः तत् सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ॥’

9. अगर आप अपने जीवन में सब कुछ अच्छा बनाये रखना चाहते हैं तो आज के दिन आपको दोपहर के समय किसी कच्ची मिट्टी वाली जगह पर जाना चाहिए। अगर घर में ही कच्ची जगह है तो बहुत ही अच्छा है। अब वहां खड़े होकर सूर्य देव की ओर मुख करके सूर्य देव को अर्घ्य दें। इसके बाद जल नीचे मिट्टी में गिरने से जो मिट्टी गिली हो, उससे मिट्टी से अपनी नाभि पर टीका लगाएं

10. अगर कुछ दिनों से आपको अपने भूमि-भवन को लेकर किसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो उस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए आज के दिन आपको एक लोटा जल लेना चाहिए और उसमें थोड़ी रोली डालनी चाहिए। साथ ही कुशा डालनी चाहिए। अब उस जल से दोपहर के समय सूर्य देव को अर्घ्य दीजिये।

11. अगर आपको लगता है कि दूसरों के बीच आपके नाम की चमक कुछ फीकी पड़ गई है, आपका तेज कुछ कम हो गया है तो दूसरों के बीच अपने नाम की चमक को बढ़ाने के लिए और अपना तेज कायम करने के लिए आज के दिन आपको शारदा तिलक में दिये भगवान सूर्य देव के दस अक्षरों के मंत्र का 21 बार जप करना चाहिए। वो मंत्र भी बता देता हूं- ‘ऊँ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्याय श्रीं

12. अगर आपको अपने कामों में अपनी किस्मत का, अपने भाग्य का पूर्ण रूप से साथ नहीं मिल पा रहा है तो अपने कामों में अपनी किस्मत का, अपने भाग्य का पूरा साथ पाने के लिए आज के दिन आपको दोपहर के समय एक थाली में गंध, पुष्प और प्रसाद के रूप में गुड़ रखना चाहिए। अब सबसे पहले भगवान को पुष्प अर्पित करें, फिर गंध जलाएं। इसके बाद गुड़ का भोग लगाएं और भगवान से अपने भाग्य का साथ पाने के लिए प्रार्थना करें। प्रार्थना करने के बाद बचे हुए गुड़ के प्रसाद को स्वयं खा लें।

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