लखनऊ। यूपी के बहराइच में भेड़ियों के आतंक की वजह से लोग सदमे में जीने को मजबूर हैं। भेड़ियों ने अब तक कई बच्चों को अपना शिकार बना डाला है। हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश में घटित मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभागीय मंत्री तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।
योगी जी के द्वारा दिए गए कुछ दिशा-निर्देश-
प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में आदमखोर भेड़िये या तेंदुए द्वारा हमले किए जा रहे हैं, उन्हें हर हाल में नियंत्रित करने, पकड़ने का तत्काल प्रयास किया जाए और आवश्यकता के जरुरी अनुरूप कदम उठाए जाएं।
इसके पहले ही निर्देश दिए गए हैं कि प्रशासन, पुलिस, वन विभाग, स्थानीय पंचायत, राजस्व विभाग क्षेत्र में व्यापक जन जागरूकता पैदा की जाए और लोगों को सुरक्षा के उपायों के बारे में भी अवगत कराया जाए।
वन मंत्री द्वारा वन विभाग के अतिरिक्त कार्मिकों की तैनाती करते हुए उन्हें बहराइच, सीतापुर, लखीमपुर, पीलीभीत, बिजनौर सहित अन्य जिलों में लगाया जाए। और ज्वाइंट पेट्रोलिंग मे तेजी की जाए।
इसके अलावा वरिष्ठ अधिकारी जिलों में कैंप करें। जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों का सहयोग लें। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां लाइट की समस्या हो, वहां पेट्रोमैक्स की तत्काल व्यवस्था भी करें।
मानव-वन्य जीव संघर्ष आपदा घोषित करने वाला यूपी पहला राज्य,- उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है, जिसने मानव-वन्य जीव संघर्ष को आपदा घोषित किया है। इस क्रम में, वन्य जीवों के हमले में घायल लोगों अथवा असमय काल-कवलित हुए लोगों के परिवारीजनों को हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराई जाए।
बहराइच में 3 साल की मासूम की मौत
महसी इलाके में नाउ वन गरेठी ग्राम में रविवार की रात घर में मां के साथ सो रही तीन साल की मासूम को भेड़िये ने अपना शिकार बना लिया। बच्ची की चीख पर परिजन उसके पीछे भागे लेकिन कोई पता नहीं चल सका। ग्रामीणों ने तलाश शुरू की तो गाँव से से कुछ दूरी पर मासूम का क्षत-विक्षत शव मिला है। भेड़िये के हमले से एक बुजुर्ग महिला भी घायल हुई है जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। उसका इलाज चल रहा है। सीएम योगी भेड़िये के हमले वाले इलाके पर नजर बनाए हुए हैं और अधिकारीयों को अस्वस्त भी कर चुके हैं।