नई दिल्ली। अक्सर लोग मुल्तानी मिट्टी का उपयोग गोरा होने स्किन को मुलायम रखने और निखार लाने के लिए करते हैं इस बात में कोई शक नहीं है कि मुल्तानी मिट्टी आपकी स्किन के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। लेकिन ये बात भी सच है कि सभी लोगों की स्किन पर मुल्तानी मिट्टी सूट नहीं करती है। क्या आप भी नहीं जानते हैं कि किन लोगों को मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल करना है और किनको नहीं करना है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगर इन लोगों ने मुल्तानी मिट्टी को अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल किया तो इनकी त्वचा बुरी तरह से डैमेज भी हो सकती है।
ड्राई स्किन-
अगर आपकी स्किन ड्राई रहती है तो आपको मुल्तानी मिट्टी को अपनी स्किन पर अप्लाई करने से परहेज करना चाहिए। दरअसल, मुल्तानी मिट्टी आपकी स्किन की नमी को कम कर देगी जिससे आपकी स्किन और ज्यादा रूखी और बेजान नजर आने लगेगी।
धूप में झुलसती है त्वचा-
अगर आपकी त्वचा तेज धूप की वजह से जल गई है या जलने लगती है तो आपको मुल्तानी मिट्टी को अप्लाई करने के ख्याल को अपने दिमाग से ही निकाल देना चाहिए। मुल्तानी मिट्टी लगाने से पहले आपको अपनी झुलसी हुई त्वचा को रिपेयर कर लेना चाहिए।
जख़्मी या इची स्किन-
अगर आपकी स्किन पर किसी भी तरह की चोट लगी हुई है या फिर आपको स्किन पर खुजली/इचिनेस महसूस हो रही है तो आपको मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। चोटिल त्वचा पर मुल्तानी मिट्टी लगाने से आपकी दिक्कत बढ़ सकती है इसलिए आपको सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।
सेंसिटिव स्किन-
अगर आपकी स्किन बहुत ज्यादा सेंसिटिव है तो आपको मुल्तानी मिट्टी को अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल करने से बचना चाहिए। संवेदनशील त्वचा पर मुल्तानी मिट्टी अप्लाई करने से आपकी स्किन को जलन या फिर एलर्जी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अगर आपको अपने स्किन के नेचर के बारे में नहीं पता है तो आप मुल्तानी मिट्टी को पूरे चेहरे पर अप्लाई करने से पहले पैच टेस्ट जरूर कर लें। और स्किन स्पेशलिस्ट की राय अवश्य लें नहीं नहीं तो स्किन खराब हो सकती है।