लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तीन मंजिला ईमारत गिरने से 8 लोगों की मौत हो गई है वहीं 25 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। मौके पर NDRF और SDRF की टीम काम कर रही हैं।
शहर के ट्रांसपोर्टनगर में शनिवार दोपहर के बाद से हो रही बारिश के दौरान शहीद पथ के किनारे स्थित एक इमारत (हरमिलाप टावर) अचानक भरभराकर धराशाई हो गई। इस हादसे में एक कारोबारी समेत 8 की मौत हो गई। मलबे में दबे 25 से अधिक लोगों को निकालकर अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनका इलाज चाल रहा है। मलबे में अभी कई और लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है।
NDRF, SDRF दमकल और पुलिस की टीमें राहत-बचावमें जुटी-
मिली जानकारी के मुताबिक आशियाना निवासी राकेश सिंघल का हरमिलाप ( ग्राउंड प्लस 2) टावर था। टावर के ग्राउंड फ्लोर पर आशियाना निवासी जसमीत साहनी (45) का मोबिल ऑयल और दूसरी मंजिल पर दवा का गोदाम था। पहली मंजिल पर मनचंदा का गिफ्ट सेंटर का गोदाम था।
शनिवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे तेज बारिश शुरू हुई। करीब आधे घंटे बाद अचानक पूरी बिल्डिंग भरभरा कर गिर गई। बिल्डिंग गिरते देख भगदड़ मच गई। घटना की सूचना मिलते ही आनन फानन में पुलिस मौके पर पहुंची। उसके बाद दमकल और उसके बाद एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें पहुंची टीमों ने राहत-बचाव अभियान शुरू कर दिया। एक-एक कर 30 लोगों को निकाला गया। इसमें से कारोबारी जसमीत, पंकज, धीरेंद्र उर्फ धीरज व दो अन्य की मौत हो गई। अन्य घायलों का इलाज जारी है।
अब तक मरने वालों के नाम
1.मनजीत सिंह शहानी
2. धीरज
3.पंकज
4.अरुण
5. राम किशोर
6. राजेश कुमार
7. रुद्र यादव
8. जगरूप सिंह
दो दर्जन से अधिक घायलों का इलाज चाल रहा है। इनमें से पांच को ट्राॅमा सेंटर रेफर कर दिया गया है। इन सभी की हालत नाजुक बनी हुई है। बिल्डिंग में काम करने वाले लोगों के अनुसार अभी भी तमाम लोग फंसे हैं। इसलिए कई अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है।
बाल-बाल बचा कन्टेनर चालक- जब ये हादसा हुआ उस वक़्त कंटेनर से दवाओं की खेप उतारकर गोदाम पहुंचाई जा रही थी। कंटेनर चालक राकेश कंटेनर की ड्राइविंग सीट पर बैठे थे। ट्रक का आधे से अधिक हिस्सा बिल्डिंग के भीतर था। बिल्डिंग ढहते ही कंटेनर का आधे से अधिक हिस्सा मलबे में दब गया। हर तरफ धूल का गुबार छा गया। राकेश केबिन का दरवाजा कूदकर भाग गए। बमुश्किल उनकी जान बची।
रेसक्यू टीम मौके पर मौजूद– रेसक्यू टीम द्वारा राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है। सीएम स्वयं इसकी सीधी जानकारी ले रहे हैं।
अब तक जो घायल निकाले गए उनमें एक किशोरी व एक किशोर भी हैं। कुछ लोगों ने बताया कि दोनों भाई बहन हैं, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी। अंदेशा है कि गोदाम में काम करने वाले किसी शख्स के ये बच्चे होंगे। दूसरी आशंका है कि शायद बिल्डिंग के पास हादसे के वक्त दोनों मौजूद थे जो चपेट में आ गए होंगे । फिलहाल प्रशासन दोनों की पहचान करने का प्रयास कर रहा है।
टावर का 90 फीसदी हिस्सा हुआ धराशाई-
टावर का करीब 90 फीसदी हिस्सा जमींदोज हुआ है। एक हिस्सा अभी भी खड़ा है। जिसका छज्जा और सीढ़ी दायीं तरफ लटक रहा है। इससे रेस्क्यू करने में भी खतरा है। एहतियात बरतते हुए रेस्क्यू टीमें मलबा हटाकर लोगों को निकालने में जुटी रहीं।