कानपुर : राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर का 89वां स्थापना दिवस समारोह बड़े उत्साह के साथ आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में माननीया राज्य मंत्री, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय, श्रीमती निमुबेन जयंतीभाई बांभणिया उपस्थित रहीं। उनके साथ शर्करा निदेशक श्री संगीत जी और संस्थान की निदेशक प्रो. डॉ. सीमा परोहा भी मंच पर उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुआ।इस भव्य समारोह का उद्देश्य उन किसानों, शर्करा एवं आसवनी उद्योग के विशेषज्ञों और हितधारकों को सम्मानित करना था, जिन्होंने भारतीय शर्करा उद्योग के विकास और आधुनिकीकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। राष्ट्रीय शर्करा संस्थान अपने स्थापना से ही शर्करा प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और नवाचार के लिए समर्पित रहा है और इस क्षेत्र में प्रशिक्षण और विकास का प्रमुख केंद्र बना हुआ है।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि, माननीया राज्य मंत्री, श्रीमती निमुबेन बांभणिया ने संस्थान के अनुसंधान, नवाचार और प्रशिक्षण में किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से एथेनॉल उत्पादन और जैव-ईंधन के क्षेत्र में संस्थान के प्रयासों का उल्लेख किया, जो सरकार के स्वच्छ और हरित ऊर्जा के भविष्य दृष्टिकोण के अनुरूप हैं। उन्होंने बताया कि संस्थान ने भारतीय शर्करा उद्योग के तकनीकी परिदृश्य को नई ऊंचाइयों पर पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।इस अवसर पर टिशू-कल्चर लैब का शिलान्यास भी किया गया, जिसे मुख्य अतिथि ने वैदिक मंत्रों के बीच अपने कर कमलों से किया। अपने उद्बोधन में उन्होंने राष्ट्रीय शर्करा संस्थान की निदेशक प्रो. डॉ. सीमा परोहा की नेतृत्व क्षमता और संस्थान की पूरी टीम के प्रयासों की सराहना की। साथ ही, संस्थान द्वारा लगातार गन्ना उत्पादन बढ़ाने और उन्नत प्रसंस्करण तकनीकों को विकसित करने पर किए जा रहे कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
श्री संगीत जी, निदेशक (शर्करा) ने कहा कि शर्करा श्री पुरस्कार प्राप्त करने वाले उद्यमी संस्थान की उत्कृष्टता का प्रमाण हैं। उन्होंने एथेनॉल और जैव ईंधन से संबंधित संस्थान के नवाचारों की भी सराहना की। समारोह में अग्रणी किसानों और उद्योग विशेषज्ञों को उनके असाधारण योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विभिन्न तकनीकी सत्र, प्रदर्शनी और छात्र-वार्ता का भी आयोजन किया गया, जहां छात्रों ने अपने विचार और अनुभव साझा किए। राष्ट्रीय शर्करा संस्थान की निदेशक, प्रो. डॉ. सीमा परोहा ने 12 से अधिक देशों के साथ परामर्श एवं प्रशिक्षण संबंधी समझौतों की जानकारी दी। उन्होंने आईआईटी कानपुर के साथ हुए समझौता ज्ञापन और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की दिशा में हो रहे प्रयासों का भी उल्लेख किया।
समारोह में प्रमुख रूप से उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में श्री शैलेन्द्र कुमार त्रिवेदी, श्री अशोक कुमार गर्ग, डॉ. अशोक कुमार, श्री संजय चौहान, श्री वीरेंद्र कुमार, डॉ. अनंतलक्ष्मी और श्री बृजेश कुमार साहू सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी और छात्र-छात्राएं शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन सहायक निदेशक (राजभाषा) श्रीमती मल्लिका द्विवेदी ने किया और धन्यवाद ज्ञापन ओल्ड ब्वायज़ एसोसिएशन के सचिव श्री एस. के. त्रिवेदी द्वारा दिया गया।