सलोनी तिवारी: 9 नवंबर 2024, को इस्कॉन कानपुर के द्वारा श्री गोपाष्टमी महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। गोपाष्टमी अत्यंत विशेष तिथि है इसी दिन भगवान श्री कृष्णा और भगवान श्री बलराम ने गौचारण आरंभ किया था इसके पूर्व उन्हें केवल बछड़ों को साथ ले जाने की अनुमति थी।
लक्षावृतेषु सुरभिर अभिपालयंतम। ब्रह्म संहिता में ब्रह्मा जी बताते हैं कि भगवान श्री कृष्ण को गोवंश अत्यंत प्रिय है इसीलिए उनका नाम गोपाल भी है।
श्रील प्रभुपाद ने कहा था। “कृष्ण हमेशा गायों के साथ रहते हैं और गाय भी कृष्ण के साथ हमेशा खुश रहती हैं। श्री कृष्णा व्यक्तिगत उदाहरण से बताते हैं कि कैसे गाय की रक्षा करनी चाहिए ,कृष्ण स्वयं ग्वाले बन के आते हैं।” प्रातः कालीन भगवतम सत्र में भगवान श्री कृष्ण एवं गौ माता के विशेष संबंध एवं मधुर लीलाओं की मार्मिक व्याख्या की गई। तत्पश्चात विशेष श्रृंगार दर्शन में श्री श्री राधा माधव जी के गोपाष्टमी विशेष दर्शन प्राप्त हुए।
8:00 से इस्कॉन कानपुर गौशाला में अद्भुत गांव पूजन प्रारंभ हुआ। तत्पश्चात इस्कॉन कानपुर भक्तों के द्वारा भक्ति वैभव गौशाला उन्नाव में महायज्ञ एवं अलौकिक गो-पूजन आयोजित किया गया। इस महा महोत्सव में सैकड़ो भक्तों ने भाग लिया और श्री भगवान की कृपा प्राप्त की।
हरे कृष्ण महामंत्र के अद्भुत संकीर्तन ने समस्त वातावरण को कृष्ण प्रेम से ओतप्रोत कर दिया। साथ ही गायों के अत्यंत सुंदर श्रंगार ने सभी को आकर्षित किया और भक्तों के द्वारा गौ-ग्रास सेवा संपन्न कराई गई।इस शुभ अवसर पर इस्कॉन कानपुर गौशाला के अध्यक्ष श्रीमान महेंद्र अग्रवाल जी एवं कमेटी सदस्य श्रीमान एस.के. पालीवाल जी, श्रीमान प्रभात शुक्ला जी एवं श्रीमान मुकेश पालीवाल जी भी उपस्थित रहे। इस विशेष अवसर पर मंदिर अध्यक्ष श्रीमान प्रेम हरि नाम प्रभु जी के द्वारा सभी को गौ माता की महिमा के विषय में ज्ञान प्राप्त हुआ।अंत में सभी भक्तों के लिए कृष्ण प्रसाद वितरित किया गया जिससे सभी ने संतुष्टी का अनुभव किया।