सलोनी तिवारी : नई दिल्ली : यदि आप भी ऑनलाइन ऐप के माध्यम से ऑटो / कैब की बुकिंग करते हैं तो यह खबर आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।
जब भी आप किसी ऐप के माध्यम से अपनी राइड बुक करते हैं तो आपको मैसेज में गाड़ी का नंबर, मॉडल और राइडर के नाम के साथ ओटीपी भी भेजा जाता है। अब अक्सर देखा जा रहा है कि राइड बुकिंग के बाद जो गाड़ी आती है उसका नंबर आपके ऐप में दिए गए गाड़ी नंबर से अलग होता है और राइडर अपनी गाड़ी खराब होने या अपनी ही दूसरी गाड़ी लाने का बहाना बना कर आपसे ओटीपी की मांग करता है।
अगर सुरक्षा की दृष्टि से देखा जाए तो ये जरा सी चूक किसी बड़े हादसे या घटना का भी कारण बन सकती है।
अगर आप राइड शुरू करने पर ओटीपी देते हैं तो कंपनी के अनुसार आप सब कुछ वेरिफाई करके ओटीपी दे रहे हैं और राइड वेरिफाई हो गई यानी कि जो गाड़ी कंपनी ऐप पर रजिस्टर्ड है आप उसी से यात्रा कर रहे हैं पर हकीकत में आप किसी और गाड़ी पर हैं। अगर कोई अनहोनी घटना जाने – अनजाने में होती है तो ये आपकी सुरक्षा या आपके परिवार की सुरक्षा पर बहुत बड़ा संकट ला सकती है। एक छोटी सी लापरवाही किसी भी बड़ी घटना का सबब बन सकती है।
इसलिए सतर्क रहें सही राइडर और गाड़ी को वेरिफाई करके ही अपनी राइड एंजॉय करें। आपकी सतर्कता ही बचाव है।
अगर ये आर्टिकल अच्छा लगा हो तो अधिक से अधिक लोगों तक शेयर करें जिससे वो भी जागरूक हो सकें।