सलोनी तिवारी: दिल्ली: पूर्व क्रिकेटर और नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी को स्टेज 4 कैंसर निकला था। यह कैंसर काफी खतरनाक था और डॉक्टर ने बचने की बहुत कम उम्मीद बताई थी। इसके बावजूद सिद्धू और उनकी पत्नी ने हार नहीं मानी। मीडिया से बात करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि उनकी पत्नी को स्टेज 4 इनवेसिव कैंसर था। डॉक्टर्स ने हाथ खड़े कर दिए थे, लेकिन उनके हौसले और हिम्मत ने इस खतरनाक बीमारी को खत्म कर दिया। सिद्धू ने बताया कि कैंसर को हराने के लिए लाइफस्टाइल में चेंज करना पड़ता है, जो कैंसर का इलाज है वही फैटी लिवर का है। आप कैंसर सेल्स को शुगर और कार्बोहाइड्रेट्स मत दीजिए, कैंसर की कोशिकाएं खुद ब खुद मरने लगेंगी।
हल्दी, नींबू पानी और खट्टी चीजों का किया सेवन :
उन्होंने अखरोट, चुकंदर, कद्दू, आंवला, अनार और विटामिन सी से भरपूर फल खाए। खाने में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-कैंसर चीजों को शामिल किया। खाना पकाने के लिए कोल्ड प्रेस्ड तेल जिसमें नारियल का तेल, मूंगफली का तेल और बादाम के तेल का इस्तेमाल किया। दिन की शुरुआत लौंग, इलायची दालचीनी और गुड़ वाली चाय के साथ की। सिद्धू ने बताया, ‘कैंसर में खाने के समय में गैप रखें, मीठा न खाएं, कार्बोहाइट न खाएं तो कैंसर सेल्स अपने आप मरने लगते हैं। शाम 6 बजे तक खाना खा लें और अगले दिन 10 बजे नींबू पानी पीकर दिन की शुरुआत करें। इसके बाद 10- 12 नींम के पत्ते चबाकर खाएं। सिद्धू ने बताया कि उनकी पत्नी को ऐसा पानी दिया जाता था, जिसका पीएच लेवल 7 हो। पानी सबसे जरूरी चीज है, क्योंकि हमारे शरीर का अधिकतर हिस्सा इसी से बना है, इसलिए कैंसर हराने के लिए आपको इसके ऊपर ध्यान देना जरूरी है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।