सलोनी तिवारी: 11 दिसंबर 2025 को मोक्षदा एकादशी, गीता जयंती के पावन उपलक्ष्य पर इस्कॉन कानपुर ने भव्य महोत्सव का आयोजन किया।
मोक्षदा एकादशी के ही दिन पूर्ण पुरुषोत्तम भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को कुरुक्षेत्र की रणभूमि में आज से 5200 वर्ष पूर्व यह गुह्यतम ज्ञान प्रदान किया।
सर्वोपनिषदो गावो दोग्धा गोपालनन्दनः ।
पार्थो वत्सः सुधिभोक्ता दुग्धं गीतामृतं महत् ।।
“यह गीतोपनीषद, भगवद्गीता, जो समस्त उपनिषदों का सार है, गाय के तुल्य है और ग्वालबाल के रूप में विख्यात भगवान् कृष्ण इस गाय को दुह रहे है । अर्जुन बछड़े के समान है, और सारे विद्वान् तथा शुद्ध भक्त भगवद्गीता के अमृतमय दूध का पान करने वाले हैं ।” (गीता महात्म्य ६)
श्रीमद्भगवद्गीता समस्त वैदिक शास्त्रों के निष्कर्ष को प्रस्तुत करती है और परमेश्वर औ, जीव ,प्रकृति, कर्म और काल जैसे विषयों पर संपूर्ण ज्ञान प्रदान करती है।
प्रति वर्ष इस्कॉन संस्था दिसंबर महीने में गीता जयंती के उपलक्ष्य पर संपूर्ण विश्व में गीता मैराथन का आयोजन करती है जिसके माध्यम से इस दिव्य ग्रंथ को विश्व के कोने-कोने में वितरित किया जाता है।
इस वर्ष विश्व भर के इस्कॉन केंद्रों के द्वारा 40 लाख श्रीमद्भगवद्गीता ग्रंथ वितरित करने का लक्ष्य रखा गया।
इस्कॉन कानपुर द्वारा गीता जयंती के पवित्र उपलक्ष पर सैकड़ों भक्त दर्शन आरती में श्री श्री राधा माधव जी के दर्शन करने हेतु उपस्थित रहे।
प्रातः कालीन कथा सत्र में श्रीमान देवकीनंदन प्रभु जी के द्वारा भगवद्गीता के महत्व पर विस्तृत चर्चा की गई।
इस्कॉन कानपुर के भक्तों द्वारा बिरहाना रोड में भगवद्गीता विशेष नगर संकीर्तन आयोजित हुआ।
साथ ही 300 से भी अधिक इस्कॉन भक्तों के द्वारा घर-घर जाकर, रेलवे स्टेशन, शॉपिंग मॉल इत्यादि में जाकर भगवद्गीता वितरण किया।
गीता जयंती के दिन इस्कॉन कानपुर ने कानपुर नगर कारागृह में जेल सुपरिंटेंडेंट श्रीमान बीडी पांडे जी के सहयोग से विशेष सत्र का आयोजन भी किया गया तथा कैदियों को श्रीमद्भगवद्गीता की प्रति वितरित भी की गईं।
स्कूलों एवं महाविद्यालयों में गीता कॉन्टैक्ट, भगवद्गीता पर आधारित कक्षाओं एवं कोर्सेस के द्वारा युवा पीढ़ी को भी इस महानतम ज्ञान की शिक्षाएं प्रदान की गईं।
जेल के सभी कैदियों को श्रीमद्भगवद्गीता की शिक्षाओं द्वारा अपने जीवन में एक सकारात्मक परिवर्तन लाने की प्रेरणा प्राप्त हुई।
संध्या 4:00 बजे से संपूर्ण भगवद्गीता का सुमधुर पाठ किया गया।
आज इस्कॉन संपूर्ण विश्व में भागवत गीता की शिक्षाओं को जनमानस तक पहुंचाने एवं भगवान श्री कृष्ण की इस दिव्य वाणी का प्रचार प्रसार करने हेतु कटिबद्ध है।