सलोनी तिवारी: प्रयागराज: कुंभ मेले के दौरान पर्यावरण संरक्षण और ग्रामीण सशक्तिकरण की दिशा में विशेष पहल करते हुए जीवन धारा नमामि गंगे संस्थान ने हरित कुंभ के अंतर्गत अनूठा कदम उठाया है। संस्थान के निदेशक डॉ. हरीओम शर्मा कुंभ में अपना कैंप स्थापित कर रहे हैं, जहां से वह जूट के झोले और एक थाली का वितरण करेंगे। इस पहल का उद्देश्य न केवल पर्यावरण को प्लास्टिक मुक्त बनाना है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करना भी है।
हरित कुंभ: पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास की दिशा में पहल
डॉ. हरीओम शर्मा ने बताया कि उनकी संस्था ग्रामीण महिलाओं और कारीगरों द्वारा निर्मित उत्पादों को बढ़ावा दे रही है। इन झोलों का निर्माण ग्रामीण क्षेत्रों में किया गया है, जिससे वहां रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। इस पहल से न केवल पर्यावरणीय स्थिरता सुनिश्चित होगी, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को नया आयाम मिलेगा।
अयोध्या में प्रतिभा यादव का नेतृत्व
संस्थान के कार्यों का विस्तार अयोध्या तक भी है, जहां प्रतिभा यादव 34 सदस्यों की टीम के साथ इन पहलों का सफल संचालन कर रही हैं। ग्रामीण महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वावलंबी बनाने का कार्य हो रहा है, जिसमें झोला निर्माण के साथ अन्य रोजगार सृजन के प्रयास शामिल हैं।
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संस्थान की दृष्टि और आगामी योजनाएं
संस्थान का लक्ष्य न केवल हरित कुंभ के तहत पर्यावरण संरक्षण करना है, बल्कि स्थानीय संसाधनों और प्रतिभाओं को प्रोत्साहित कर आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान देना भी है। डॉ. शर्मा ने बताया कि उनकी योजना अन्य धार्मिक आयोजनों और मेले में भी इसी तरह की पहल को बढ़ावा देने की है।