सलोनी तिवारी: प्रयागराज: महाकुंभ 2025 के दौरान कुल तीन अमृत स्नान निर्धारित किए गए हैं। पहला स्नान मकर संक्रांति (14 जनवरी) को, दूसरा मौनी अमावस्या (29 जनवरी) को, और तीसरा वसंत पंचमी (12 फरवरी) को होगा।
महाकुंभ प्रशासन ने 13 सनातन धर्म के अखाड़ों के लिए स्नान क्रम और समय जारी किया है।
अमृत स्नान का क्रम
- महानिर्वाणी और अटल अखाड़ा:
- प्रस्थान: सुबह 5:15 बजे
- घाट आगमन: 6:15 बजे
- स्नान अवधि: 40 मिनट
- वापसी: 6:55 बजे
- तपोनिधि पंचायती श्री निरंजनी और श्री पंचायती अखाड़ा आनंद:
- प्रस्थान: सुबह 6:05 बजे
- घाट आगमन: 7:05 बजे
- स्नान अवधि: 40 मिनट
- वापसी: 7:45 बजे
- तीन संन्यासी अखाड़े (जूना, आवाहन, पंचाग्नि):
- प्रस्थान: सुबह 7:00 बजे
- घाट आगमन: 8:00 बजे
- स्नान अवधि: 40 मिनट
- वापसी: 8:40 बजे
- बैरागी अखाड़े:
- पंच निर्मोही अनी अखाड़ा:
- प्रस्थान: 9:40 बजे
- स्नान अवधि: 30 मिनट
- पंच दिगंबर अनी अखाड़ा:
- प्रस्थान: 10:20 बजे
- स्नान अवधि: 50 मिनट
- पंच निर्वाणी अनी अखाड़ा:
- प्रस्थान: 11:20 बजे
- स्नान अवधि: 30 मिनट
- पंच निर्मोही अनी अखाड़ा:
- उदासीन अखाड़े:
- नया उदासीन अखाड़ा:
- प्रस्थान: 12:15 बजे
- स्नान अवधि: 55 मिनट
- निर्वाण अखाड़ा:
- प्रस्थान: 1:20 बजे
- स्नान अवधि: 1 घंटा
- निर्मल अखाड़ा:
- प्रस्थान: 2:40 बजे
- स्नान अवधि: 40 मिनट
- नया उदासीन अखाड़ा:
महत्वपूर्ण: महाकुंभ में श्रद्धालुओं और अखाड़ों की व्यवस्थाओं को सुचारू बनाए रखने के लिए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं। श्रद्धालुओं के लिए संगम तट पर सुरक्षा, सफाई, और यातायात नियंत्रण के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किए गए हैं।