सूर्य नमस्कार (Surya Namaskar)- स्वास्थ्य लाभ के कारगर उपाय

सूर्य नमस्कार एक प्रकार का योग है जो कई योगासनों को एक साथ करता है और सूर्य को नमस्कार करने का एक विशेष तरीका है। इसे साधारणत: सूर्य की पूजा के रूप में भी जाना जाता है। यह एक प्रकार की सूर्य की उपासना और अभ्यास है।

सूर्य नमस्कार का क्रम निम्नलिखित योगासनों का समावेश करता है:

  1. प्राणायाम (Pranamasana) – खड़े होकर मस्तक उच्च करें, हाथ जोड़ें।
  2. हस्त उत्तानासन (Hasta Uttanasana) – हाथ उठाकर ऊपर की ओर खिचें, धीरे सीधे खड़े हो जाएँ।
  3. पादहस्तासन (Padahastasana) – हाथों को जमीन की ओर ले जाएँ, सीधे पैरों की ओर झुकें।
  4. आश्वासन (Ashwa Sanchalanasana) – एक पैर को आगे करें, नीचे के घुटने को जमीन पर रखें, दूसरे पैर को ताड़ने के लिए पीछे ले जाएँ।
  5. पार्वतासन (Parvatasana) – श्वास को बाहर करते हुए, पूरे शरीर को ऊपर की ओर उठाएँ।
  6. अष्टांग नमस्कार (Ashtanga Namaskara) – ध्यान रखते हुए जमीन पर बैठ जाएँ, आठ अंगों को छूने के लिए।
  7. भुजँगासन (Bhujangasana) – धीरे सीधे खड़े हो जाएँ, उपर की ओर जाएँ, सांस लें।
  8. पादहस्तासन (Padahastasana) – हाथों को जमीन पर रखें, पूरी तरह से झुकें।
  9. हस्त उत्तानासन (Hasta Uttanasana) – ऊपर की ओर उठें, सीधे खड़े हो जाएँ।
  10. प्राणायाम (Pranamasana) – खड़े होकर हाथ जोड़ें, अंत में सूर्य को प्रणाम करें।

सूर्य नमस्कार के फायदे:

  1. सूर्य नमस्कार शारीरिक, मानसिक, और आत्मिक स्वास्थ्य को सुधारता है।
  2. यह मानसिक तनाव को कम करता है और मन को शांति देता है।
  3. इससे शारीरिक लाभ होता है, जैसे कि मांसपेशियों का मजबूत होना, वजन कम होना, और पाचन सिस्टम का सुधार होना।
  4. सूर्य नमस्कार ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है और अच्छी सेहत बनाए रखता है।
  5. इसके अभ्यास से शरीर की लचीलापन बढ़ती है और मांसपेशियों की खिंचाव कम होती है।

ध्यान रहे, सूर्य नमस्कार को सही तरीके से और ध्यानपूर्वक करना चाहिए, और इसे शुरू करने से पहले एक योग गुरु से सलाह अवश्य लें।

 

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