सलोनी तिवारी: वीमेन इम्पॉवरमेंट की सीरीज में आज हम आपका परिचय कराते हैं Dr. Divita Srivastava से
सलोनी तिवारी: डॉ बनने के लिए पहले से ही सोच रखा था या परिवार की इच्छा से डॉक्टर बनी ?
डॉ दिविता : मैं फार्मा फैमिली से हूँ हमारे यहाँ होम्योपैथी मेडिसिन की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट है। बचपन से ही उसी माहौल में रही तो तभी से इंट्रेस्ट था और तभी ये सोच लिया था की होम्योपैथिक डॉक्टर बनना है।
सलोनी तिवारी: आपके पास अधिकतर किस तरह के पेसेंट आते हैं ?
डॉ दिविता : मेरे पास अधिकतर फीमेल पेसेंट आते हैं। स्किन और हेयर फॉल के पेसेंट अधिकतर आते हैं।
सलोनी तिवारी: कोई ऐसा पेसेंट जिसका लॉन्ग टर्म ट्रीटमेंट चला हो और रिजल्ट अच्छा आया हो ?.
डॉ दिविता : मेरी एक इनफर्टिलिटी की पेसेंट थी वो जब क्योर हो गयी और उनका बेबी भी हो गया तो वो मेरे लिए बहुत खुशी की बात है। वो पेसेंट कर्नाटका की थी और फ़ोन पर ही मेरा उनसे संपर्क था। मेरी फर्स्ट इनफर्टिलिटी पेसेंट थी। उनको बेबी ब्यॉय हुआ था।
सलोनी तिवारी: आपके करियर में फैमिली में किसका सपोर्ट रहा ?
डॉ दिविता : फैमिली में सभी का सपोर्ट रहा है। मम्मी, पापा, बड़े भाई, सभी का सपोर्ट रहा है।
सलोनी तिवारी: आपने अपनी पढाई कहाँ से की ?
डॉ दिविता : मैंने भोपाल से अपना ग्रेजुएशन किया है।
सलोनी तिवारी: आपको प्रैक्टिस करते हुए कितना टाइम हुआ है ?
डॉ दिविता : मुझे प्रैक्टिस करते हुए 5 वर्ष हो गए हैं।
सलोनी तिवारी: क्या होमियोपैथी का साइड इफ़ेक्ट होता है ?
डॉ दिविता : वैसे तो होमियोपैथी का साइड इफ़ेक्ट नहीं होता लेकिन अगर डॉक्टर की सलाह के बिना किसी दवा का ओवरडोज़ लेते हैं तो वो कहीं न कहीं इफ़ेक्ट दे सकता है।