सलोनी तिवारी : हमारा देश भारत पूरे विश्व में अपनी कई विशेषताओं के लिए जाना जाता है। ऐसी ही विशेषताओं में से हैं देश में बहने वाली नदियां और उनमे से एक है गंगा जी और ख़ास है गंगा का पवित्र जल। ऐसा माना जाता है कि गंगा का पवित्र जल जो न जाने कितने लोगों को पवित्र करता है बल्कि इसकी एक सबसे ख़ास बात है कि यह जल कभी खराब नहीं होता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि गंगा के पानी के कभी न ख़राब होने की वजह हैं इसमें पाए जाने वाले कुछ वायरस। गंगा जल में कुछ ऐसे वायरस पाए जाते हैं, जो इसमें सड़न पैदा नहीं होने देते हैं। ये वायरस गंगा के जल को लंबे समय तक पवित्र बनाए रखने में मदद करते हैं। वैज्ञानिक प्रमाणों के अनुसार गंगा गोमुखखंड से शुरू होकर मैदानी इलाकों में पहुंचती है। यह अपने मार्ग में विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों से होकर गुजरती है। इसलिए इसके पानी में हीलिंग गुण होते हैं। वैज्ञानिकों ने यह भी पता लगाया है कि गंगा में विविध प्रकार के जीवित प्राणी हैं जो नदी के पानी के प्रदूषण को रोकते हैं। दूसरी ओर, वे पानी को प्रदूषित करने वाले एजेंटों को खत्म करते हैं।कई सालों तक बंद रखने के बाद भी ये जल कभी खराब नहीं होता है।