नई दिल्ली:- केंद्र की मोदी सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल का बजट आज यानी कि 23 जुलाई को पेश किया है इस बजट में सरकार ने एक करोड़ बेरोजगार युवाओं को अगले पांच साल में टॉप-500 कंपनियों में इंटर्नशिप देने की भी घोषणा की है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण ने अपने बजट भाषण में कहा कि सरकार एक करोड़ युवाओं को अगले पांच साल में टॉप-500 कंपनियों में इंटर्नशिप कराएगी।
यह इंटर्नशिप 12 महीने की होगी। इसके तहत इंटर्न कर रहे युवाओं को हर महीने 5 हजार रुपये का मासिक भत्ता भी दिया जाएगा। इसके साथ ही सभी इंटर्नस को एकमुश्त मदद के रूप में 6 हजार रुपये भी दिए जाएंगे।
सभी कंपनियों को अपने कॉर्पोरेट उत्तरदायित्व के तहत प्रशिक्षण का खर्च और इंटर्नशिप की 10 फीसदी लागत को भी वहन करना होगा।
योजना की उम्मीदवारी के लिए कर सकेंगे ऑनलाइन आवेदन:-इस योजना में कंपनियां अपनी मर्जी से इसमें शामिल हो सकती हैं। इस योजना के तहत आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन रहेगी और योग्य उम्मीदवार ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकेंगे। योजना के पहले चरण की अवधि 2 वर्ष होगी जिसके बाद दूसरे चरण की अवधि 3 वर्ष होगी।
इस योजना के लिए कौन कर सकेगा आवेदन:- अभ्यार्थियों का चयन वस्तुनिष्ठ मानदण्डों पर आधारित चयन सूची से कंपनी योग्य उम्मीदवारों का करेगी और इस चयन में उन व्यक्तियों पर विशेष जोर दिया जाएगा जिनकी रोजगार पाने की क्षमता कम है। या फिर आर्थिक रूप से कमजोर हैं।
कंपनी और सरकार मिलाकर करेगी लागत का वहन:-
प्रशिक्षण की लागत कंपनी द्वारा सीएसआर निधियों से वहन की जाएगी। प्रतिवर्ष लागत में सरकारी की भागीदारी मासिक भत्ते के लिए 54000 तथा कंपनी की भागीदारी मासिक भत्ते के लिए सीएसआर निधियों से 6000 रहेगी। प्रशासनिक लागत संबंधित पक्षों द्वारा वहन की जाएगी।
कौन ले सकेगा इस योजना का लाभ 😕
आज यानी कि 23 जुलाई को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट में घोषणा की गई कि पांच वर्षों में भारत की टॉप कंपनियों में एक करोड़ युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाना है। इन युवाओं को 5000 के मासिक भत्ते के साथ 12 महीने की प्रधानमंत्री इंटर्नशिप प्रदान की जाएगी। गौरतलब है कि इस योजना का लाभ वही ले पाएंगे जो बेरोजगार हैं या जिनके पास रोजगार नहीं है। और जो पूर्णकालिक आधार पर शिक्षा ग्रहण नहीं कर रहे हैं।
किसे नहीं मिलेगा इस योजना का लाभ:-इस योजना का लाभ आईआईटी, आईआईएम, आईआईएसईआर, सीए, सीएमए की अर्हता प्राप्त अभ्यर्थी इस योजना का लाभ नहीं उठा सकेंगे। इसके अलावा, यदि छात्र/अभ्यर्थी के परिवार का कोई सदस्य आयकर देता है, तो अभ्यर्थी इसके लिए आवेदन करने का पात्र नहीं होगा। अगर अभ्यर्थी के परिवार का कोई सदस्य सरकारी कर्मचारी इत्यादि हो तब भी इस योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा।
ये अभ्यर्थी नहीं उठा सकेंगे लाभ –
आईआईटी, आईआईएम, आईआईएसईआर, सीए, सीएमए अर्हता प्राप्त अभ्यर्थी यदि परिवार में आयकर दाता है,यदि परिवार में कोई सरकारी कर्मचारी है,
कंपनियों के लिए निर्देश:-
कंपनी से यह अपेक्षित है कि वह उस व्यक्ति को उस कौशल के संबंध में वास्तविक कार्यकारी अनुभव का अवसर प्रदान करे, जिस कौशल से कंपनी जुड़ी हो। अभ्यर्थी का कंपनी में कम से कम आधा कार्य समय वास्तविक कार्यकारी अनुभव/रोजगार परिवेश में गुजरना चाहिए न कि कक्षा में।
यदि कंपनी स्वयं ऐसा न कर सकती हो तो उसे अपनी फोरवर्ड और बैकवर्ड आपूर्ति श्रृंखला में शामिल कंपनियों के साथ तालमेल करना होगा या अपने समूह में या अन्य कंपनियों/संस्थाओं से तालमेल स्थापित करना होगा।