विनर गर्ल मनु ने की मां से फरमाइश, खाने मे चाहिए आलू के पराठे वो भी एयरपोर्ट पर….

नई दिल्ली। पेरिस ओलम्पिक में शानदार प्रदर्शन कर भारत 2 कास्य पढ़कर दिलाने वाली हरियाणा के झज्जर में 18 फरवरी 2002 को जन्मी मनु भाकर का पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन रहा है। उनकी मां का कहना है कि ”दूध दही का खाणा, यो मेरा हरियाणा” यह कहावत अब पुरानी हो गई है।

पेरिस ओलंपिक 2024 में 2 कांस्य पदक जीतने वाली मनु भाकर ने अपनी मां सुमेधा से घर पहुंचने पर आलू के परांठे मक्खन के साथ खाने की इच्छा जाहिर की है। वहीं, एयरपोर्ट पर ही विशेष पकवान बनाकर लाने की डिमांड की है। मां का कहना है कि मनु शाकाहारी होने के कारण पेरिस ओलंपिक के दौरान रोजाना दूध-दही का सेवन कर उब चुकी है। अब वह कुछ दिनों तक घर पर मिस्सी रोटी, गोंद के लड्डू और मक्के की रोटी का वाला सादा आहार लेना चाहती है।

हरियाणा के झज्जर में 18 फरवरी, 2002 को जन्म लेने वाली मनु भाकर का पेरिस ओलंपिक में बेहतरीन प्रदर्शन रहा है। उनकी मां सुमेधा का कहना है कि ”दूध दही का खाणा, यो मेरा हरियाणा” यह कहावत अब पुरानी हो गई है। मनु संतुलित आहार लेना पसंद करती है। आलू के परांठे मनपसंद भोजन है। मैच के दौरान वह बैलेंस डाइट यानी ऐसा भोजन जिसमें विटामिन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर प्रचूर मात्रा में हो, ऐसा भोजन लेना पसंद करती है।

मनु सामान्य दिनों में दूध, हरी सब्जियां, फल और अनाज को अपनी नियमित दिनचर्या में शामिल कर चुकी है। फास्ट फूड से मनु ने बनाई दूरी – मनु शरीर को ऊर्जावान बनाए रखने के लिए प्रोटीन का सबसे ज्यादा सेवन करती है। मैच या अभ्यास के दौरान वह दिन की शुरुआत अंकुरित अनाज से करती है। इसमें मौजूद पोषक तत्व होने के कारण तनाव को दूर करते हैं।

मैच के दिन की शुरुआत मैडिटेशन से-मां सुमेधा का कहना है कि मनु मैच के दौरान दिन की शुरुआत मेडिटेशन व योग से करती है, जिससे कि वह तनाव मुक्त रह सके। रोजाना सुबह दो से तीन घंटे मेडिटेशन करती है

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