सलोनी तिवारी: एलआईसी की बीमा सखी योजना (एमसीए योजना) महिलाओं के सशक्तिकरण और वित्तीय समावेशन के लिए एक बेहतरीन पहल है। इस योजना के तहत, महिलाओं को न केवल आर्थिक सहायता मिलेगी बल्कि उन्हें एक स्थायी आय का माध्यम भी उपलब्ध कराया जाएगा। योजना के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:
बीमा सखी योजना के लाभ:
- आर्थिक सहायता:
- पहले साल ₹7,000 प्रति माह का स्टाइपेंड।
- दूसरे साल ₹6,000 प्रति माह।
- तीसरे साल ₹5,000 प्रति माह। (आर्थिक सहायता पॉलिसी प्रदर्शन और शर्तों के अनुसार दी जाएगी।)
- ट्रेनिंग और रोजगार:
- 18-70 वर्ष की महिलाएं, जिन्होंने कम से कम 10वीं कक्षा उत्तीर्ण की हो, इस योजना के लिए पात्र हैं।
- प्रशिक्षण के दौरान उन्हें वित्तीय जागरूकता, एलआईसी एजेंट के रूप में कार्य करना और ग्राहकों के साथ काम करने की पूरी प्रक्रिया सिखाई जाएगी।
- प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, वे एलआईसी विकास अधिकारी के पद के लिए नियमानुसार पात्र हो सकती हैं।
- वित्तीय साक्षरता का विकास:
- महिलाओं को अपने आर्थिक जीवन को स्वतंत्र और मजबूत बनाने के लिए वित्तीय साक्षरता और जागरूकता प्रदान की जाएगी।
योजना की पात्रता (Eligibility):
- न्यूनतम आयु: 18 वर्ष (आवेदन की तिथि पर)।
- अधिकतम आयु: 70 वर्ष।
- न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता: 10वीं कक्षा पास।
- यह योजना केवल महिलाओं के लिए है।
- इस योजना के तहत चयनित महिलाओं को निगम के कर्मचारी के रूप में नहीं माना जाएगा।
योजना का उद्देश्य:
- महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना।
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में वित्तीय साक्षरता बढ़ाना।
- एलआईसी एजेंट और विकास अधिकारी के रूप में नियमानुसार रोजगार के अवसर प्रदान करना।
कैसे करें आवेदन?
- इच्छुक महिलाएं एलआईसी की आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी एलआईसी कार्यालय में जाकर इस योजना के लिए आवेदन कर सकती हैं।
- आवेदन के लिए अपने शैक्षिक प्रमाणपत्र, पहचान पत्र और अन्य जरूरी दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी।
योजना का प्रभाव:
यह योजना न केवल महिलाओं को आय का साधन प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें समाज में एक नई पहचान और आत्मनिर्भरता भी दिलाएगी। पीएम मोदी की इस पहल से लाखों महिलाओं को रोजगार और आर्थिक स्थिरता हासिल करने में मदद मिलेगी।
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