नवदीप चतुर्वेदी: मीडिया का समाज में विशेष महत्व है। इसे लोकतंत्र का चौथा स्तंभ भी कहा जाता है। किसी भी प्रकार का मीडिया—चाहे वह प्रिंट मीडिया हो, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया हो, या आज के डिजिटल युग का डिजिटल मीडिया—अपने तरीके से समाज को प्रभावित करता है। यह विचार कि कोई मीडिया छोटा या बड़ा होता है, गलत है।
हर माध्यम का अपना दायरा, उद्देश्य और प्रभाव होता है। जिसके अंतर्गत नियमानुसार सभी मीडिया को अपना काम करना चाहिए। उदाहरण के लिए, ग्रामीण क्षेत्रों में प्रिंट मीडिया आज भी सूचनाओं का प्राथमिक स्रोत है, जबकि शहरी युवाओं के लिए डिजिटल मीडिया समाचार और मनोरंजन का मुख्य जरिया बन गया है।
छोटे स्थानीय अखबार उन मुद्दों को उजागर करते हैं जो राष्ट्रीय चैनलों की सुर्खियों में नहीं आ पाते। इसी तरह, डिजिटल मीडिया से निकली जानकारी कभी-कभी बड़े प्लेटफॉर्म पर भी असर डाल सकती है।
हर प्रकार का मीडिया समाज में जागरूकता फैलाने, विचार विमर्श को बढ़ावा देने और सत्ता तंत्र पर नजर रखने का काम करता है। इसलिए हमें किसी भी माध्यम को उसकी पहुंच या आकार के आधार पर छोटा या बड़ा मानने की भूल नहीं करनी चाहिए।
मीडिया का काम सच को सामने लाना और समाज को दिशा दिखाना है। यह एक साझा जिम्मेदारी है, जिसे हर माध्यम अपने तरीके से निभा रहा है। इसलिए, हर प्रकार के मीडिया को समान रूप से महत्व दिया जाना चाहिए।