संभल, उत्तर प्रदेश: चंदौसी कस्बे में प्राचीन कुएं की खुदाई के दौरान बावड़ी और चार कमरे मिलने का दावा किया गया है। इस खबर ने क्षेत्र के लोगों और प्रशासन दोनों का ध्यान आकर्षित किया है। जिला कलेक्टर रविवार को खुद मौके पर निरीक्षण करेंगे।
लक्ष्मणगंज इलाके में खुदाई के दौरान बावड़ी और कमरेनुमा आकृतियां मिलने की सूचना है। यह स्थान 46 साल से बंद शिव मंदिर और उसके आसपास के रहस्यों को लेकर चर्चा में था। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कुआं मंदिर के इतिहास और संरचना से जुड़ा हो सकता है।
पिछले कुछ दिनों में चंदौसी में बांके बिहारी मंदिर की जमीन को कब्जा मुक्त कराने की मांग उठाई गई थी। इसके बाद प्रशासन ने प्राचीन कुएं की खुदाई का काम शुरू कराया। शनिवार को जेसीबी मशीन से खुदाई शुरू की गई, जिसके बाद यह बावड़ी और कमरे सामने आए।
जांच और ऐतिहासिक महत्व पर जोर
प्रशासन ने खुदाई को फिलहाल रोक दिया है और मामले की जांच के लिए विशेषज्ञों की टीम बुलाई है। कलेक्टर की टीम मौके पर जाकर संरचना का अध्ययन करेगी। स्थानीय लोगों का मानना है कि यह खोज चंदौसी के इतिहास को नया दृष्टिकोण दे सकती है।
इस रहस्यमय खोज से क्षेत्र के लोग काफी उत्सुक हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि यह प्राचीन संरचनाएं क्षेत्र के सांस्कृतिक और धार्मिक इतिहास की महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगी।