नवदीप चतुर्वेदी: कानपुर: जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय का सोमवार सुबह औचक निरीक्षण किया, जहां उन्हें सीएमओ समेत 34 कर्मचारी और डॉक्टर अनुपस्थित मिले। डीएम ने सभी अनुपस्थित कर्मचारियों का एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए।
कार्यालय में पसरा सन्नाटा, मचा हड़कंप
डीएम सुबह 10:10 बजे सीएमओ ऑफिस पहुंचे तो वहां अधिकांश अधिकारी और कर्मचारी गैरहाजिर थे। खुद मुख्य चिकित्सा अधिकारी भी अपनी कुर्सी से नदारद थे। डीएम ने उपस्थिति रजिस्टर की जांच की, जिसमें सिर्फ कुछ ही डॉक्टर और कर्मचारी मौजूद पाए गए।
अनुपस्थिति पर सख्त कार्रवाई के निर्देश
निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने सभी अनुपस्थित कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही और उनका एक दिन का वेतन रोकने का आदेश दिया। डीएम की अचानक मौजूदगी से कार्यालय में हड़कंप मच गया।
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही उजागर
इस औचक निरीक्षण ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। डीएम के इस सख्त कदम से सरकारी दफ्तरों में अनुशासनहीनता पर लगाम लगाने की उम्मीद की जा रही है।