सलोनी तिवारी: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल) को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। आतंकियों ने टूरिस्ट्स और स्थानीय नागरिकों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं, जिससे 26 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। कई घायल अब भी अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले में महाराष्ट्र के छह टूरिस्टों की मौत हुई, जबकि चार घायल हैं। इसके अलावा मृतकों में तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, केरल, अरुणाचल प्रदेश, नेपाल और यूएई से आए लोग शामिल हैं।
घटना ने यह साफ कर दिया है कि आतंकियों का मकसद सिर्फ जम्मू-कश्मीर नहीं, बल्कि पूरे भारत को दर्द देना था। देश के विभिन्न कोनों से आए निर्दोष नागरिकों को इस हमले में निशाना बनाया गया।
हमले में मारे गए प्रमुख लोगों की सूची इस प्रकार है:
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सुशील नाथ्याल – इंदौर (मध्य प्रदेश)
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सैयद आदिल हुसैन शाह – पहलगाम (जम्मू-कश्मीर)
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हेमंत सतीश जोशी – ठाणे, मुंबई (महाराष्ट्र)
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विनय नारवाल – करनाल (हरियाणा)
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अतुल श्रीकांत मोनी – मुंबई (महाराष्ट्र)
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नीरज उदवानी – उत्तराखंड
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बिटन अधिकारी – कोलकाता (पश्चिम बंगाल)
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सुदीप न्यौपाने – नेपाल
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शुभम द्विवेदी – कानपुर नगर (उत्तर प्रदेश)
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प्रशांत कुमार सतपथी – ओडिशा
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मनीष रंजन – बिहार
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एन. रामचंद्र – केरल
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संजय लक्ष्मण लाली – मुंबई (महाराष्ट्र)
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दिनेश अग्रवाल – चंडीगढ़
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समीर गुहर – कोलकाता (पश्चिम बंगाल)
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दिलीप डसिल – मुंबई (महाराष्ट्र)
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जे. सचंद्रा मोली – ओडिशा
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मधुसूदन सोमिसेट्टी – कर्नाटक
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संतोष जगधा – पुणे (महाराष्ट्र)
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मंजू नाथ राव – कर्नाटक
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कस्तुब गावनोटाय – पुणे (महाराष्ट्र)
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भरत भूषण – बेंगलुरु (कर्नाटक)
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सुमित परमार – गुजरात
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यतेश परमार – गुजरात
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टेगेलायलिंग (IAF कर्मचारी) – अरुणाचल प्रदेश
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शैलेषभाई एच. हिमतभाई कलाठिया – सूरत (गुजरात)
सरकार और सुरक्षा एजेंसियों की जिम्मेदारी है कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा दी जाए और घाटी में शांति स्थापित की जाए। देश आज अपने इन नागरिकों को नम आंखों से श्रद्धांजलि दे रहा है।